भारत में लोगों को जिसका इंतज़ार था सेना ने बड़ी ही समझदारी से वो एक्शन लिया है. बुधवार रात में भारत ने LoC पर पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक में एक साथ 5 जगहों पर धावा बोला. मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार इस स्ट्राइक में 35-40 आतंकी समेत 2 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 9 घायल हैं.
उरी हमले के बाद से ही देश में पाकिस्तान के खिलाफ़ गुस्सा था. भारत सरकार द्वारा प्रतिक्रिया तो आयी लेकिन किसी सैन्य कार्यवाही के ना आने से जनता में काफी रोष था.
भारत ने पाकिस्तान को पूरी दुनिया में अलग-थलग करने की कूटनीति को बढ़ावा दिया जो काफ़ी हद तक सफ़ल भी हुआ. इसी कूटनीति के चलते पाकिस्तान प्रस्तावित सार्क सम्मेलन टल चुका था.
मोदी सरकार देश की जनता के साथ-साथ पूरे विपक्ष के निशाने पर थी. लेकिन सरकार ने भावनात्मक फ़ैसला ना करते हुए परिस्थितियों को समझ कर 10 दिन बाद आक्रामक जवाब दिया. पाकिस्तान में घुसकर इस तरह की किसी भी सर्जिकल स्ट्राइक का ये पहला मामला हैं, जो ऐतिहासिक हैं.
डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल रनवीर सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी जानकारी दी.
जनरल ने कहा क़ि- “भारत ने इस वर्ष कई घुसपैठों को नाकाम किया हैं जो पाकिस्तान की तरफ से हो रही थी. कल हमें सूचना मिली कि आतंकी सरहद पार से घुसपैठ की तैयारी में है, जो जम्मू-कश्मीर या भारत के दूसरे बड़े शहरों में आतंकी हमला कर सकते हैं. इसे ही रोकने के लिये भारतीय सेना ने POK में सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकियों के नापाक मंसूबों को विफल कर दिया. इस ऑपरेशन के दौरान हमने कई आतंकी मार गिराए हैं. हमारी हमेशा से कोशिश रही हैं क़ि दोनों ओर शांति बनी रहे, लेकिन हम आतंकियों को सरहद के इस पार बर्दाश्त नहीं करेंगे. भारत को इसमें कोई नुकसान नहीं हुआ हैं, सभी जवान सुरक्षित हैं.”
पाकिस्तानी आर्मी ने अपने दो जवानों के मारे जाने की बात को मान लिया है. इस स्ट्राइक के बाद एक कड़ी निंदा वाला बयान नवाज़ शरीफ का भी आया हैं.
नवाज़ ने कहा क़ि “हमारी शांति को कमजोरी ना समझा जाए.” पाकिस्तानी मीडिया में जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया क़ि भारत द्वारा ऐसी कोई भी सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई हैं, जिससे यह स्पष्ट हैं क़ि पाकिस्तान की नियत अभी भी साफ़ नहीं हैं. लेकिन पाक अब बैकफुट पर आ चुका हैं.
उम्मीद हैं अब पाकिस्तान दुबारा शायद ही कभी ऐसी गलती करेगा